विकास की कलम
इस्तांबुल से भारत आने वाले करीब 400 यात्री एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। उनकी फ्लाइट देरी से आने की उन्हें सूचना नहीं दी गई। यात्रियों का आरोप है कि खाने पीने से लेकर कई तरह की अव्यवस्थाओं से जूझ रहे हैं। इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट्स में देरी और तकनीकी खामी की वजह से यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इन यात्रियों ने सोशल मीडिया के जरिए अपने अनुभव साझा कर एयरलाइन की कड़ी आलोचना की है।
परेशान यात्रियों में से शुभम बंसल ने लिखा, हम 400 लोग इस्तांबुल एयरपोर्ट पर फंसे हैं और इंडिगो से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही। क्या एयरलाइन ऐसे चलाई जाती है? यात्रियों का कहना है कि इंडिगो ने न तो समय पर जानकारी दी और न ही उनके ठहरने या भोजन की कोई व्यवस्था की । इस्तांबुल में ठंड के मौसम ने उनकी समस्याएं और बढ़ा दी हैं । पाश्र्व मेहता, जिन्हें मुंबई जाना था, ने बताया कि फ्लाइट में बार- बार देरी की सूचना टर्किश एयरलाइंस के क्रू से मिली, जबकि इंडिगो ने कोई संवाद नहीं किया।
सोशल मीडिया पर यात्रियों ने इंडिगो एयरलाइन की बेसिक कस्टमर सर्विस में नाकामी को लेकर जमकर आलोचना की। उनका कहना है कि इंडिगो को यात्रियों से माफी मांगनी चाहिए और उचित मुआवजा देना चाहिए।
इस्तांबुल में हुई इस घटना ने इंडिगो की सेवा गुणवत्ता और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक अन्य यात्री अनुश्री भंसाली ने बताया कि फ्लाइट की पहले 1 घंटे की देरी हुई, फिर रद्द कर दिया गया, और अंततः 12 घंटे बाद रिशेड्यूल किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि एयरपोर्ट पर खाने-पीने की व्यवस्था तक नहीं की गई, और इंडिगो का कोई प्रतिनिधि उनसे संपर्क करने नहीं आया। अनुश्री ने अपनी थकान और बुखार का जिक्र करते हुए एयरलाइन के व्यवहार को असंवेदनशील बताया। इसी बीच, शुक्रवार रात इंडिगो ने एक बयान जारी कर तकनीकी खराबी को देरी का कारण बताया। एयरलाइन ने कहा कि तकनीकी समस्याओं के कारण इस्तांबुल से दिल्ली और मुंबई आने वाली फ्लाइट्स में देरी हुई।