विकास की कलम/जबलपुर
लोकायुक्त की टीम ने मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी रामपुर मुख्यालय स्थित सोलर ऊर्जा सेल के नोडल अधिकारी हिमांशु अग्रवाल और एक प्राइवेट ठेकेदार को 30 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। एक सोलर कंपनी के अधिकारी लाइसेंस रिनुवल के लिए 40 हजार रुपयों की मांग की गई थी। लोकायुक्त एसपी संजय साहू ने बताया कि कंचनपुर अधारताल निवासी विष्णु सिंह रोशनी सोलर कंसलटेंसी में जनरल मैनेजर हैं उन्होंने कंपनी के रजिस्टेशन रिनू करने के लिये सोलर सेल के नोडल अधिकारी हिमांशु अग्रवाल के पास आवेदन किया था ।
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पीढ़ित ने बताया की करीब 6 दिन पहले उन्होंने हिमांशु अग्रवाल से लाइसेंस रिन्यू न होने का कारण पूछा, तो उन्होंने कहा कि जबलपुर में आपने 80 किलोवाट का काम लिया था, जिसके हिसाब से प्रति किलोवाट 500 रुपए की दर से 40 हजार रुपए देने होंगे। बाद में 18 तारीख को हिमांशु अग्रवाल ने राशि घटाकर 30 हजार रुपए कर दी।
मामले की जानकारी शिकायतकर्ता द्वारा लोकायुक्त विभाग में दी गई। उन्होंने बताया कि लाइसेंस रिन्यू करने के ऐवज में डीजीएम हिमांशु अग्रवाल द्वारा 40 हजार रुपयों की रिश्वत की मांग की जा रही थी। शिकायत का सत्यापन कराने के बाद आडियो रिकार्डिंग कराई गई इसके बाद शुक्रवार की शाम रामपुर शक्तिभवन कार्यालय में नोडल अधिकारी हिमांशु अग्रवाल को 30 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। उनके साथ सह आरोपी प्राइवेट ठेकेदार हिमांशु यादव को भी पकड़ा गया। कार्रवाई के दौरान डीएसपी सुरेखा परमार, निरीक्षक भूपेन्द्र दीवान, कमल सिंह उइके व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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पीढ़ित से प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर के आधारताल निवासी विष्णु लोधी नागपुर की एक कंपनी में जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने करीब 12 दिन पहले जबलपुर के सोलर एनर्जी विभाग में ऑनलाइन फॉर्म भरकर आवेदन किया था। इसके बाद फाइल स्वत: ही एडीजीएम और डीजीएम के पास पहुंच जाती है, जिसे अप्रूव करना हिमांशु अग्रवाल की जिम्मेदारी थी।
पीढ़ित से प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर के आधारताल निवासी विष्णु लोधी नागपुर की एक कंपनी में जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने करीब 12 दिन पहले जबलपुर के सोलर एनर्जी विभाग में ऑनलाइन फॉर्म भरकर आवेदन किया था। इसके बाद फाइल स्वत: ही एडीजीएम और डीजीएम के पास पहुंच जाती है, जिसे अप्रूव करना हिमांशु अग्रवाल की जिम्मेदारी थी।
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पीड़ित के मुताबिक, वह एक महीने से कार्यालय के चक्कर काट रहे थे, लेकिन हर बार उन्हें काम होने का आश्वासन दिया जाता था। करीब एक सप्ताह पहले हिमांशु अग्रवाल ने लाइसेंस रिन्यू करने के लिए 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी और कहा कि इसके बिना फाइल अप्रूव नहीं होगी। परेशान होकर विष्णु लोधी ने जबलपुर लोकायुक्त एसपी संजय साहू को लिखित शिकायत दी।
पीड़ित के मुताबिक, वह एक महीने से कार्यालय के चक्कर काट रहे थे, लेकिन हर बार उन्हें काम होने का आश्वासन दिया जाता था। करीब एक सप्ताह पहले हिमांशु अग्रवाल ने लाइसेंस रिन्यू करने के लिए 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी और कहा कि इसके बिना फाइल अप्रूव नहीं होगी। परेशान होकर विष्णु लोधी ने जबलपुर लोकायुक्त एसपी संजय साहू को लिखित शिकायत दी।