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जबलपुर में एमपी ऑनलाइन में बन रहे थे फर्जी प्रमाण पत्र

 जबलपुर में फर्जी दस्तावेज बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार

प्रशासन ने दुकान सील की तो खिड़की से कर दिए थे कागजात गायब; आज होगी सुनवाई

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विकास की कलम/जबलपुर

 जबलपुर फर्जी दस्तावेज बनाने वाले आरोपी को गुरुवार रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी जबलपुर से भागने की फिराक में था। दरअसल 6 फरवरी को सूचना मिलने पर जिला प्रशासन ने आरोपी की दुकान को सील किया था, हालांकि तब वह फरार था। कुछ दिन बाद आरोपी ने सील की गई दुकान से खिड़की से जब्त किए गए दस्तावेज निकाले और फिर उन्हें गायब कर दिया। जब कलेक्टर ने इस पर सख्ती दिखाई, तो पुलिस ने तेजी से उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया। युवक का नाम जुबेर मलिक मंसूरी है, जो अपनी ऑनलाइन शॉप पर फर्जी दाखिला-खारिज बनाकर उन्हें एक निर्धारित राशि में बेचता था। इन फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल जाति प्रमाण पत्र बनाने में किया जाता था।जिला प्रशासन ने छापेमारी के दौरान मंसूरी की दुकान से कई दस्तावेज बरामद किए थे। 


कलेक्टर को मिली थी शिकायत


दरअसल जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना को शिकायत मिली थी कि घमापुर के पास स्थित एक ऑनलाइन शाॅप पर शासकीय कामों में इस्तेमाल होने वाले दस्तावेज बनाए जा रहे है। यह गोरखधंधा सालों से चल रहा है, जिस पर कभी भी पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की है। जानकारी मिलते ही कलेक्टर ने आधारताल और रांझी एसडीएम को पुलिस के साथ मौके पर जाकर जांच के बाद कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 6 फरवरी की शाम को दो एसडीएम की टीम ने संयुक्त रूप से जब दुकान में दबिश दी, तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। एसडीएम को कई स्कूलों की सील और दाखिला खारिज की कॉपी मिली, इतना ही नहीं जाति और मूल निवासी प्रमाण पत्र बनाने से संबंधित सील भी मिली।


दो घंटे चली कार्रवाई-दुकान सील


आधारताल एसडीएम पंकज मिश्रा और रांझी एसडीएम रघुवीर सिंह मरावी की टीम ने संयुक्त रूप से दो घंटे तक जांच की।जांच के दौरान पता चला कि निजी स्कूलों की सील का उपयोग करके फर्जी दाखिला-खारिज बनाया जाता था, जो बाद में जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन में उपयोग होता था। प्रशासन की टीम ने जांच के बाद दस्तावेजों को दुकान में ही रखकर दुकान को सील कर दिया।


 मालिक गायब, कर्मचारी मिला था


6 फरवरी को जब जिला प्रशासन की टीम ने घमापुर स्थित दुकान पर छापा मारा, तो दुकान का मालिक जुबेर मलिक मंसूरी गायब था, जबकि एक कर्मचारी मौके पर मौजूद मिला, जो फर्जी दाखिला-खारिज तैयार कर रहा था। जांच में यह भी पाया गया कि वहां एक अघोषित फर्जी सरकारी कार्यालय चलाया जा रहा था, जहां आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज बनाए जा रहे थे।


दुकान मालिक ने दस्तावेज कर दिए गायब


6 फरवरी को जांच के बाद दुकान को सील कर दिया गया था, लेकिन 9 फरवरी को जुबेर मंसूरी ने खिड़की से दुकान में घुसकर सभी फर्जी दस्तावेज गायब कर दिए, जिनके आधार पर प्रशासन कार्रवाई कर रहा था।

कलेक्टर के निर्देश पर कल जुबेर मंसूरी के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें गायब करने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई।

बेलबाग थाना प्रभारी प्रवीण सिंह का कहना है कि एसडीएम की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। आरोपी की तलाश की जा रही थी, इस दौरान जानकारी मिली की जुबेर अपने घर आया हुआ है और फिर से कहीं भागने की फिराक में है, जिसके बाद उसे रात को ही गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ शासकीय दस्तावेजों को फर्जी तरीके से बनाने और शासकीय काम में बाधा डालने के मामले के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा

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